Friday, February 5, 2010

गीदड़ चूहा और शेर

कहते हैं कि जब गीदड़ कि मौत आती है तो वो शहर की ओर भागता है! कुछ एसा ही महारास्ट्र में देखने को मिल रहा है वहां भी एक गीदड़ अपने को रंग में रंग कर जंगल का राजा कहता है लकिन अब उसकी असलियत सबके सामने आ चुकी है और आश्चय कि बात ये है कि गीदड़ ने एक चूहे को भी जन्म दिया है जो यदा कदा बिल से बहर निकल कर लोगो के कपडे कुतरता है ! आज बिचारो का पल्ला असली शेर से पड़ गया गीदड़ ने कहा भाई मैं तो कुत्ता हूँ गीदड़ नहीं जब शेर पास पंहुचा तो बेचारा अपने घर क पास बैठ ऊऊऊऊऊऊ कर रहा था और पूछ दबाकर जीभ लपलपाने लग गया ! शेर तो भाई शेर गीदड़ को देख मुस्कराया और चल दिया ! चूहा महोदय तो रात को निकलते हैं और अपने जाती वालों के बीच में अपने वीरता कि गाथा गाते हैं ! लकिन जिस इलाके से शेर गुजरा बचाव कि बिल भी धंस गयी बेचारे बेघर होने क कगार पर हैं !

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